tag:blogger.com,1999:blog-4029304101914281282.post3048250825685160481..comments2023-10-22T22:43:00.814+13:00Comments on MERE SAPNE MERE APNE: दिल कर रहा था उस कंडेक्टर को धुन दूं पर...Nitish Rajhttp://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4029304101914281282.post-25096269844512795442008-12-31T23:54:00.000+13:002008-12-31T23:54:00.000+13:00सही कहा आपने ऐसे बदतमीज लोगों की वजह से ही देश की ...सही कहा आपने <BR/><BR/>ऐसे बदतमीज लोगों की वजह से ही देश की इमेज खराब होती है। <BR/><BR/>आतंकवाद ने पहले ही टूरिज्म सेक्टर का बैड बजा रखा है, उस पर ऐसा व्यवहार होगा तो कौन आएगा आपके देशराजीव जैनhttps://www.blogger.com/profile/07241456869337929788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4029304101914281282.post-35294253593446005572008-12-31T22:32:00.000+13:002008-12-31T22:32:00.000+13:00ऎसॆ मुर्ख एक नही हजारो मिल जायेगे, जिन्हे इतनी तमी...ऎसॆ मुर्ख एक नही हजारो मिल जायेगे, जिन्हे इतनी तमीज नही कि यह विदेशी अपने देश लोट कर क्या बतायेगा अपने देश वासियो को जब वो उस से पुछेगे की आप को भारत केसा लगा, वहा के लोग केसे लगे???<BR/>नव वर्ष की आप और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं !!!नया साल आप सब के जीवन मै खुब खुशियां ले कर आये,ओर पुरे विश्चव मै शातिं ले कर आये.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4029304101914281282.post-35187485937685542182008-12-31T21:42:00.000+13:002008-12-31T21:42:00.000+13:00आपने सरकारी ब्ल्यु लाईन और icici bank की बात्त बिल...आपने सरकारी ब्ल्यु लाईन और icici bank की बात्त बिल्कुल सही कही है! पर समर्थ को नही दोष गुसाई!<BR/><BR/>नये साल की घणी रामराम!ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4029304101914281282.post-17344382601934397302008-12-31T17:02:00.000+13:002008-12-31T17:02:00.000+13:00First of all Wish u Very Happy New Year...Achchha ...First of all Wish u Very Happy New Year...<BR/><BR/>Achchha lekh..<BR/><BR/>Badhai....Devhttps://www.blogger.com/profile/07812679922792587696noreply@blogger.com