मोहाली टेस्ट जीतने के बाद ये तो साबित होगया कि कंगारुओं को उनकी औकात दिखाने का हौसला यदि कोई टीम रखती है तो वो है टीम इंडिया। पर साथ ही ये भी साफ होगया कि किसी भी जीत के लिए ठोस नीव की जरूरत होती है। और हमारे बूढ़ों याने की फेब फोर ने अच्छा काम किया। और वहीं दूसरी तरफ तीन साल के भीतर भारत से दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया को हार का मुंह देखना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया में पंटर(पॉन्टिंग)को पड़ने लगे हैं हंटर। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ये मांग करने लगे हैं कि शेन वॉर्न और साइमंडस को वापस टीम में लिया जाए। कंगारुओं की करारी हार के लिए पूर्व खिलाड़ी टीम के नए चेहरे, अनुभव के अभाव और टीम में स्पिनर का ना होना मानते हैं। हमें भी ये जरूर सोचना होगा कि क्या वक्त आगया है कि फेब फाइव को टीम से विदा कर दिया जाए या अभी विकल्प ढूंढने बाकी हैं। पर चाहे जो भी हो मोहाली में भारत ने बाजी मारी और साथ ही कई रिकॉर्ड भी बने। टीम ने भी बनाया और साथ ही कई खिलाड़ियों के लिए ये मैदान बहुत ही भाग्यशाली रहा और साथ ही यादगार भी।
१) टीम इंडिया ने टेस्ट इतिहास में सबसे बड़ी रनों से जीत दर्ज की है। पारी की जीत को छोड़ दें तो टीम इंडिया ने विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 320 रन से मात देकर मोहाली में नया कीर्तिमान रच दिया।
२) मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने सबसे पहले तो ब्रायन लारा के रिकॉर्ड को तोड़ा और फिर 12000 रन के शिखर को भी छू लिया जहां पर अभी तक कोई भी नहीं पहुंचा है। और जो अभी खेल रहे हैं वो इस आंकड़े से लगभग 1700 रन पीछे हैं। और वो हैं राहुल द्रविड़।
३) सचिन ने अर्द्धशतकों की भी हाफ सेंचुरी पूरी कर ली है। विश्व के वो तीसरे नंबर पर हैं उनसे ज्यादा अर्द्धशतक राहुल द्रविड़(53) और एलन बोर्डर(63) के हैं। यदि सचिन एक कैच और पकड़ लेते तो भारत की तरफ से 5वें खिलाड़ी बन जाते जिन्होंने कैच पकड़ने की शतकीय पारी खेली है।
४) अपनी अंतिम सीरीज में दादा सौरव गांगुली ने 7000 रन पूरे कर लिए और साथ ही 16वां शतक जड़ कर अपने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया।
५) महेंद्र सिंह धोनी ने पहले ही टेस्ट में कप्तानी करते हुए जीत हासिल की।
६) अमित मिश्रा जिन्हें पांच साल के बाद मौका मिला और अपने पहले ही टेस्ट में 5 विकेट लेकर दूसरी टीम की नींव को इतना कमजोर कर दिया कि हार ही उनको नसीब हुई।
७) हरभजन सिंह बस एक विकेट से चूक गए वर्ना 300 विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी हो जाते। अनिल कुंबले और कपिल देव के बाद अगले मैच में एक विकेट लेते ही वो तीसरे भारतीय हो जाएंगे जो कि तीन सौ के क्लब में शामिल हो जाएंगे।
ये तो बात होगई कुछ रिकॉर्डस की जो बन भी पाए और कुछ सिर्फ 1 के हेर फेर से चूक गए। पर यहां पर सौरव गांगुली के बाद अब अनिल कुंबले के ऊपर संन्यास के बादल मंडराने लगे हैं। दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं जंबो जिनके भारत में सबसे ज्यादा विकेट हैं 616 और इनके आस पास दुनिया का अभी तो कोई भी गेंदबाज दिखाई नहीं देता। खेलने वाले गेंदबाजों में श्रीलंका के चमंडा वास है जिन्होंने 348 विकेट लिए हैं। जंबो ने 35 बार 5 विकेट और 8 बार 10 विकेट लिए हैं।
यहां पर एक घटना जंबो की बताना चाहूंगा। 2002 में एंटिगुआ में वेस्टइंडीज के खिलाफ जब जबड़े की हड्डी टूट गई थी तब टीम को बचाने के लिए अपने चेहरे पर पट्टी बांधकर वो बॉलिंग करने आए थे और तब सबसे घातक बल्लेबाज ब्रायन लारा को सस्ते में एलबीडब्ल्यू आउट किया था। शायद हमें वो पल जरूर याद होगा पर अब कंधे की चोट शायद जंबो को इसी सीरीज में संन्यास लेने के लिए मजबूर कर सकती है।
आपका अपना
नीतीश राज
"MY DREAMS" मेरे सपने मेरे अपने हैं, इनका कोई मोल है या नहीं, नहीं जानता, लेकिन इनकी अहमियत को सलाम करने वाले हर दिल में मेरी ही सांस बसती है..मेरे सपनों को समझने वाले वो, मेरे अपने हैं..वो सपने भी तो, मेरे अपने ही हैं...
Thursday, October 23, 2008
मोहाली में मन्नत पूरी
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“जब भी बोलो, सोच कर बोलो,
मुद्दतों सोचो, मुख्तसर बोलो”
जंबो का वो मॅच याद दिलाने का शुक्रिया... जीत की बधाई आपको भी
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