"MY DREAMS" मेरे सपने मेरे अपने हैं, इनका कोई मोल है या नहीं, नहीं जानता, लेकिन इनकी अहमियत को सलाम करने वाले हर दिल में मेरी ही सांस बसती है..मेरे सपनों को समझने वाले वो, मेरे अपने हैं..वो सपने भी तो, मेरे अपने ही हैं...
Saturday, October 18, 2008
रनों के शिखर पर सरताज "सचिन"
सचिन ने जैसे ही ऑस्ट्रेलिया के मध्यम गति के गेंदबाज पीटर मैथ्यु सीडल की बॉल को थर्ड मैन के लिए खेला वहीं सचिन ने वो कामयाबी अपने 152 वें टेस्ट में हासिल कर ली जिसका इंतजार सभी को श्रीलंका सीरीज से था। सचिन वन डे क्रिकेट में तो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पहले ही बन चुके हैं और आज ये कामयाबी उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी पूरी कर ली। इक्तफाक देखिए कि सचिन ने भी वर्ल्ड रिकॉर्ड उसी टीम के खिलाफ बनाया जिसके खिलाफ ब्रायन लारा ने ये मुकाम हासिल किया था। ब्रायन लारा ने एलन बोर्डर के 11174 का रिकॉर्ड 2005 में एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही तोड़ा था। अब तक सिर्फ तीन खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने 11000 रन के आंकड़ें को छुआ है। एलन बोर्डर, ब्रायन लारा और सचिन तेंदुलकर। अब सचिन के रिकॉर्ड तो गर अभी कोई पहुंच सकता है तो वो हैं उनके पीछे चलने वाले राहुल द्रविड़ जो कि 10302 रन बना चुके हैं जिसमें आज के 39 रन भी शामिल हैं। और दूसरे हैं जो कि राहुल का पीछा करते हुए चल रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया टीम के कप्तान रिकी पॉन्टिंग जिन्होंने 10239 रन बनाए हुए हैं। वैसे सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की बात करें खेलने वालों में, तो पहले दो नंबर पर दोनों खिलाड़ी भारत के ही हैं।
मोहाली में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में सभी को उम्मीद थी कि मास्टर ब्लास्टर सचिन रमेश तेंदुलकर का बल्ला चलेगा और वो रिकॉर्ड को अपनी मुट्ठी में जरूर कर लेंगे। और हुआ भी वैसा ही। दूसरे टेस्ट में कुंबले की जगह अमित मिश्रा को जगह मिली और भारत की तरफ से पहली बार कप्तानी कर रहे एम एस धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। क्युरेटर के मुताबिक ये पिच तेज गेंदेबाजों को पूरा साथ देगी लेकिन गंभीर और सहवाग ने धुंआंधार शुरुआत की। लेकिन 35 के निजी स्कोर पर सहवाग जॉनसन का शिकार बने। द्रविड़ ने आते के साथ ही आक्रामक शॉट्स खेले और अपनी इच्छा जाहिर कर दी। लेकिन 39 के निजी स्कोर पर ली ने उन्हें प्ले डाउन करते हुए क्लीन बोल्ड कर दिया। अब बारी थी रिकॉर्ड प्लेयर की। पर तभी टीम का स्कोर जब 146 था तभी गंभीर भी आउट होगए। 146 पर दो झटके के बाद लक्ष्मण साथ देने पहुंचे और सचिन को इस दबाव के पलों में अपने करियर का बेस्ट भी देना था।
सचिन ने आते के साथ ही बड़े ही सधे तरीके से खेलना शुरू किया। और उस कीर्तिमान पर पहुंच गए जहां का सपना शायद सब भारतियों ने देखा था। ब्रायन लारा के रिकॉर्ड को तोड़ते के साथ ही सबसे पहले हमेशा की तरह सचिन ने अपने सिर को ऊपर की तरफ उठा कर आसमान को देखा और भगवान और अपने पिता को धन्यवाद किया। पूरा स्टेडियम खड़े होकर सचिन को सम्मान दे रहा था। सचिन की तरफ पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम हाथ आगे किए हुए बढ़ी चली आ रही थी। सभी ने सचिन को बधाई दी। टीम इंडिया ने भी सचिन को खड़े होकर तालियों के साथ बधाई दी। फिर तो सचिन को देश-विदेश से बधाइयों का तांता ही लग गया। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, लता मंगेश्कर, सुनील गावस्कर, कपिल देव सभी ने बधाई संदेश भेजा। हमारी तरफ से भी सचिन को बधाई।
साथ ही ने अपने 152वें मैच में कई खिताब अपने नाम किए। 12000 रन बनाने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी बने। साथ ही आज के अर्द्धशतक के साथ ही टेस्ट में सचिन के 50 अर्द्धशतक हो गए हैं। अर्द्धशतकों के मामले में बॉर्डर के ६३ अर्द्धशतक हैं। जो कि सचिन से आगे हैं। साथ ही सचिन यदि 2 कैच लपक लें इस मैच में तो 100 कैच लपक लेंगे। और सबसे ज्यादा रन बनाने का कीर्तिमान तो है ही। वन डे में सचिन के 16361 रन हैं और 42 शतक जो अपने में ही एक विश्व रिकॉर्ड है।
सचिन ने 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के कराची में 1989 में टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। पहले ही टेस्ट में वकार यूनुस ने मुंह पर बाउंसर मार कर खून से लबरेज कर दिया था। पर सचिन बावजूद इसके उसी खून में रंगी शर्ट पहनकर खेलते रहे। उसके बाद का जलवा तो फिर पूरे विश्व ने देखा। वहीं, अपने आप को गुगली का बादशाह कहने वाले अब्दुल कादिर ने जब सचिन को दूध पीकर आने की सलाह दी तो फिर सचिन ने छक्के पे छक्के मारकर कादिर को उनकी गलती का एहसास करा दिया साथ ही स्टेडियम में मोजूद लोगों को भी। ऐसे ही खिलाड़ी इस मुकाम पर पहुंचते हैं। ऐसे खिलाड़ी को सलाम।
आपका अपना
नीतीश राज
(फोटो साभार-गूगल)
Labels:
Brian lara,
cricket,
Mohali,
RahulDravid,
Ricky Ponting,
Sachin Tendulkar,
Test,
मोहाली,
सचिन
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
“जब भी बोलो, सोच कर बोलो,
मुद्दतों सोचो, मुख्तसर बोलो”
पुरी दोपहर साँस रोककर देखता रहा ,हिला भी नही अन्ध्विश्विस्वास में की यार १२ रन ओर बनने दो !पर सच में सचिन की किस्मत बहुत ख़राब है .कितने सालो से ये आदमी कितनी अपेक्षायो को अपने कंधे पर ढो रहा है ओर फ़िर भी विनम्र है .
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन लिखा आपने ! धन्यवाद !
ReplyDeleteकीर्तिमान कायम किया, टेस्ट रनों का आज ।
ReplyDeleteसचिन बने क्रिकेट के, बादशाह बेताज .
बादशाह बेताज, नहीं है कोई सानी ।
तुलना करें किसी से तो होगी बेमानी ।
विवेक सिंह यों कहें , सर्वदा रहें खेलते ।
बनते रहें रिकॉर्ड पोस्ट हम रहें ठेलते ॥
ये हमारे देश का सौभाग्य है कि सचिन जैसा खिलाड़ी हमारे पास है और शायद उन लोगों में शीर्ष पर है जो बीस वर्ष से लगातार अच्छा खेल दिखा रहे हैं। रिकार्ड के लिए हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteनितिश जी, आपने वकार यूनूस ओर अब्दुल कादिर से सचिन की भिड़ंत वाली रोचक बात बताई।
सच कहा है डॉ अनुराग। सचिन पर हमारी अपेक्षाएं जरूरत से ज्यादा होगई है और वो उसे पूरा भी कर रहे हैं। और विवेक जी आपकी कविता अच्छी लगी। कोशिश करके आपने तुकबंदी अच्छी कर ली है।
ReplyDeleteआप बहुत अच्छा लिखते हैं।पहले भी कई बार आपको पढ़ा आपके ब्लाग पर। तारीफ करने को जी चाहा तो रहा नहीं गया...
ReplyDeleteEk itihas rach diya hai Sachin ne. vaise aapne poori report dedi. Badhai Sachin ko, Badhai aapko.
ReplyDeleteधन्यवाद, लेकिन जब इन्हे जीतना होता है तो हमेशा हार कर आते है, मेने तो देखना ही छोड दिया, अब यह हारे या जीते सानू की
ReplyDeleteधन्यवाद