"MY DREAMS" मेरे सपने मेरे अपने हैं, इनका कोई मोल है या नहीं, नहीं जानता, लेकिन इनकी अहमियत को सलाम करने वाले हर दिल में मेरी ही सांस बसती है..मेरे सपनों को समझने वाले वो, मेरे अपने हैं..वो सपने भी तो, मेरे अपने ही हैं...
Thursday, October 2, 2008
‘NO SMOKING PLEASE’
No smoking please, ये जुमला सिगरेट पीने वालों के लिए नया नहीं होगा। कई बार, कई जगह पर उनको इससे टोक दिया जाता है। पर अब शायद टोकना ना पड़े। 2 अक्टूबर से यानी की आज गांधी जयंति के पर्व से स्वास्थ्य मंत्री रामदौस की ये मुहिम चालू हो जाएगी। जो सिगरेट नहीं पीते वो इसे बिल्कुल १०० फीसदी सही ठहरा रहे हैं। पर जो सिगरेट पीते हैं उनके अपने ही तर्क हैं। सार्वजनिक स्थल पर यदि कोई धुम्रपान करते हुए पाए गए तो उस धुंए होगी 200 रुपये। तो अब बेहतर होगा ये गाएं ‘बीड़ी मत जलइले’।
सरकार नहीं चाहती कि किसी एक की लत से दूसरों को कोई भी परेशानी हो। सार्वजनिक जगह जैसे कि अस्पताल, स्कूल, पार्क, रेलवे वेटिंग रूम, रेस्टोरेंट, कैंटीन, कॉफी हाउस, पब, बार, एयरपोर्ट लाउंज, कोर्ट परिसर, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, बस स्टॉप, सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों पर आप मुंह से धुंआ नहीं उड़ा सकते। यदि धुंआ निकला तो भरिए 200 रुपये। और जो आपका चालान काट सकते हैं वो हैं-
प्राइवेट ऑफिस में बिग बॉस या उनके समकक्ष,
बस स्टैंड पर ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर और उसके समकक्ष अधिकारी,
फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन का कोई भी अफसर,
अस्पतालों में हेल्थ इंस्पेक्टर और उनके समकक्ष,
सब इंस्पेक्टर और उससे उपर रैंक के अधिकारी,
स्टेशन पर स्टेशन मास्टर और उसके समकक्ष अधिकारी।
नए कानून में यदि आप किसी को धूम्रपान करने में मदद करते पाए गए तो भी मुश्किल में पड़ जाएंगे। यानी माचिस भी मत दीजिए। ऑफिस में मैंनेजर, मालिक रखेंगे पीने वालों पर नजर, यदि कोई पीते हुए पाया गया तो मालिकों के लिए भी कानून सख्त है। लेकिन हर पब्लिक जगह पर एक स्मोकिंग जोन बनाना जरूरी होगा। वेंटिलेशन वाले कमरे बनाए जाऐंगे जहां पर धुंआ उड़ाने की आजादी होगी।
प्रोहिबिशन ऑफ स्मोकिंग इन पब्लिक प्लेसेज रूल्स 2008 लागू होते ही पब और रेस्टोरेंट मालिकों ने विरोध शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि पब में सिगरेट और ड्रिंक्स के लिए ही सब आते हैं तो किसी भी एक चीज की मनाही से उनके बिजनेस पर असर पड़ेगा। स्मोकिंग जोन बनाने से भी फायदा नहीं होगा क्योंकि वहां पर ड्रिंक्स सर्व नहीं की जा सकती।
घर पर भी यदि किसी भी सदस्य ने आपकी सिगरेट पर आपत्ति जताई तो यहां भी निषेध का बोर्ड लग जाएगा और फिर घर के स्मोकिंग जोन यानी की बाथरूम में ही जाकर आप धुंआ उड़ा सकेंगे।
अब हर जगह पर लगी होगी एक संवेधानिक चेतावनी-
सिगरेट पीना आपके स्वास्थ्य के साथ-साथ आपकी जेब के लिए भी हानीकारक है।
आपका अपना
नीतीश राज
(फोटो साभार-गूगल)
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“जब भी बोलो, सोच कर बोलो,
मुद्दतों सोचो, मुख्तसर बोलो”
इस से कितना कम होगा पता नही ..कुछ राहत तो मिलेगी धुएँ से पर यह बनाना ही क्यों बंद नही कर देते यह ..नुकसान सेहत का देख सकते हैं पैसो का नही ..शायद इस लिए
ReplyDeleteभाई ये अगर सफल हो तो बढिया मुहीम है वरना तो कितने कानून बने हैं अपने यहाँ ?
ReplyDeleteफ़िर भी मैं समझता हूँ ये एक अच्छी बात है ! पर चोर के बजाए चोर की माँ को मार दिया
जाए तो कैसा रहेगा ?
अपन तो वैसे ही दूर हैं सिगरेट से।
ReplyDeleteप्रभावी एवं विचारणीय आलेख!!
ReplyDeleteलोग दुष्प्रभाव जानकर भी इससे दूर नहीं हो पाते, जाने क्यूँ.
लोग माने गे क्या???
ReplyDeleteधन्यवाद