Wednesday, October 1, 2008

Headlines Today (Aajtak) की महिला पत्रकार की गोली मारकर हत्या

हेडलाइंस टुडे की युवा पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की सोमवार देर रात गोली मार कर हत्या कर दी गई। पहले तो ये एक हादसा माना जा रहा था लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ये खुलासा हुआ कि ये कोई हादसा नहीं है, सौम्या की किसी ने गोली मारकर हत्या की है। अमुमन तो उसकी सिफ्ट रात १२ बजे तक की होती थी और फिर वो खुद ड्राइव करके अपने घर वसंत कुंज जाया करती थी। लेकिन सोमवार को ब्रेकिंग न्यूज (साबरकांठा और मालेगांव में ब्लास्ट) की वजह से डेस्क पर काम कर रहीं प्रोड्यूसर सौम्या को देर रात तक रुकना पड़ा। जब वो तकरीबन रात के ३ बजे घर के लिए रवाना हुईं तो किसी ने भी ये नहीं सोचा था कि सौम्या के लिए इस रात की सुबह नहीं होगी।
सोमवार की काली रात पूरे ऑफिसवालों के लिए काली ही बन गई। केरला की रहने वाली सौम्या विश्ववनाथन स्वभाव से ही सौम्य थी। २६ साल की सौम्या की हेडलाइंस टुडे में सभी तारीफ किया करते थे। वो शांत और गंभीर स्वभाव की थी।
सोमवार की रात तकरीबन ३ बजकर ४० मिनट। ऑफिस से काम खत्म करके सौम्या अपनी सफेद रंग की जेन कार में घर वापस जा रहीं थी। घर पहुंचने से १० मिनट पहले उसने घर पर अपने पापा को फोन पर बताया था कि वो ५-१० मिनट के अंदर घर पहुंच जाएगी। लेकिन जब वो १५ मिनट तक घर नहीं पहुंची तो उसके पापा ने उसे फोन किया लेकिन घंटी जाती रही किसी ने फोन नहीं उठाया।
सुबह किसी राहगीर ने पुलिस को फोन करके इस बात की जानकारी दी कि नेल्सन मंडेला रोड पर किसी का एक्सीडेंट होगया है। जब तक उसको अस्पताल ले जाते तब तक वो दम तोड़ चुकी थी। उसकी गाड़ी के शीशे टूटे हुए थे। ड्राइवर सीट के शीशे से उस को टारगेट करके गोली चलाई गई थी। गोली सौम्या के सर के पीछे वाले भाग में लगी थी। साथ ही पीछे की सीट पर सौम्या के बाल इधर-उधर पड़े हुए थे, जो की मौत की अलग कहानी बयां कर रहे हैं। सौम्या की गाड़ी का आगे का टायर पंचर था। बाद में पता चला कि पहले उसकी गाड़ी के टायर को गोली मारकर पंचर किया गया था, फिर उसे गोली मारी गई थी। कार का बैलेंस बिगड़ने के बाद कार सड़क के बीचो-बीच डिवाइडर से टकरा कर करीब सौ फीट तक घिसटती रही। पुलिस ने मामला दर्ज कर दिया है। राजन भगत दिल्ली पुलिस के पीआरओ ने ये आश्वासन दिया है कि कार्रवाई जल्द से जल्द पूरी कर ली जाएगी और दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाएगी। पुलिस एक अलग थ्यौरी पर भी काम कर रही है कि रास्ते में सौम्या का किसी से झगड़ा हो गया हो या फिर किसी ने उसके साथ छेड़खानी की कोशिश की हो और विरोध करने पर उसे गोली मारकर भाग गया हो। पर पता नहीं क्या हुआ पर सौम्या अब हमारे बीच नहीं है। हम सभी सौम्या के परिवार के साथ है जिनके ऊपर ये दुख का पहाड़ टूट पड़ा है और साथ ही ये उम्मीद करते हैं कि इंसाफ की खातिर पुलिस दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी। इस कुकर्म करने वाले को पुलिस नहीं बख्शेगी।
पर सवाल ये ही खड़ा होता है कि दो हफ्ते पहले धमाकों से दिल्ली दहल गई थी। फिर पिछले हफ्ते ही महरौली में भी ब्लास्ट हुआ था। तो क्या पुलिस अब भी सो रही हैं। क्या दिल्ली अकेली लड़की या यूं कहें कि सभी के लिए असुरक्षित है?

सौम्या तुम चली गई पर हमेशा हमारे दिल में जीती रहोगी।

आपका अपना
नीतीश राज

9 comments:

  1. अति दुखद!

    श्रृद्धांजलि!!!

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  2. बहुत दुखद है नीतीश जी ! सौम्या को श्रद्धांजलि !

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  3. सौम्या की आत्मा को ईश्वर शान्ति दे और उसके परिवार को यह दुःख सहन कराने की शक्ति दे ! बहुत दुखद है !

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  4. मै रायपुर प्रेस क्लब परिवार की ओर से श्रद्धाँजलि अर्पित करता हूं।

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  5. unfortunte very sad
    cant have word to describe

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  6. बहुत ही दुखद !!!सौम्या को श्रद्धांजलि !
    आप का धन्यवाद

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  7. एक दुखद घटना जो नही घटनी चाहिए थी
    एक जगता हुआ नागरिक चला गया
    श्रधांजलि

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